बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय बहन कुमारी मायावती ने 11 अप्रैल को नागपुर से 2024 लोकसभा चुनाव के लिए ऐतिहासिक चुनावी शंखनाद किया हे
यह एक ऐतिहासिक और बड़ी शुरुआत है नागपुर बाबा साहेब डॉ अंबेडकर की दीक्षाभूमि है और देश के करोड़ों दलितों के लिए आस्था का केंद्र है यही से एक नई शुरुआत आज आदरणीय बहन कुमारी मायावती ने की ताकि देश में बाबा साहब डॉ अंबेडकर की वैचारिक क्रांति को आगे बढ़ाया जा सके।
सरकार बने और ना बने यह महत्वपूर्ण नहीं है चुनाव जीते या ना जीते यह भी महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन बाबा साहब की व्यक्तित्व एवम दर्शन को पूरे विश्व में स्थापित करने की जिम्मेदारी बहुजन समाज पार्टी ने ली है इसमें कामयाबी भी मिली हे।
सत्ता प्राप्ति केवल बसपा के कार्यकर्ताओं के ऊपर नहीं छोड़ी जा सकती और न ही एकमात्र केवल उनकी जिम्मेदारी है यह समाज की भी जिम्मेदारी है, सामाजिक संस्थाओं की जिम्मेदारी है, सरकारी कर्मचारियों संगठनों की जिम्मेदारी है कि इस महान लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एडी चोटी का जोर लगा दें और सब कुछ भूल कर बसपा की सरकार बना दें और यदि सरकार नहीं बना पाए तो एक मजबूर सरकार बनाएं जैसा कि मान्यवर काशीराम जी का यही आदेश हैं ।
वीरेंद्र कुमार जाटव